भारतीय रेल

सावधान! अब निष्क्रिय व् अमान्य फास-टैग (FasTag) वाले वाहनों को भरना पड़ेगा दो-गुना जुर्माना!

अमान्य या गैर-कार्यात्मक फास-टैग वाले वाहनों पर उनकी श्रेणी के लिए लागू शुल्क से दोगुना टोल शुल्क लगाया जाएगा!सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने जी एस आर 298ई, दिनांक 15 मई 2020 को राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क(दरों का निर्धारण और संग्रह) नियम, 2008 में संशोधन के लिए अधिसूचना जारी की है।

मंगलवार 12 मई से भारतीय रेल की यात्री सेवाएं आंशिक रूप से होगी बहाल!

मंगलवार 12 मई से भारतीय रेल की यात्री सेवाएं आंशिक रूप से होगी बहाल! शुरुआत में 15 जोड़ी (30 ट्रेनों) विशेष रेलगाड़ियों की होगी परिचालन! ये रेल परिसेवा श्रमिक स्पेशल के अतिरिक्त होंगी!विशेष ट्रेनों में आरक्षण केवल आई आर सी टी सी की वेबसाइट  पर उपलब्ध होगी।

दार्जिलिंग पूर्वोत्तर भारत की खुबसूरत अलंकार, पर्यटन मंत्रालय की ‘देखो अपना देश’ वेबिनार सीरिज!

दार्जिलिंग पूर्वोत्तर भारत की खुबसूरत अलंकार, पर्यटन मंत्रालय की ‘देखो अपना देश’ वेबिनार सीरिज!हिमालय एक सम्पूर्ण गंतव्य है जहाँ विभिन्न अनुभवों को प्राप्त करने के लिए पूरे साल भर में किसी भी समय जाया जा सकता है। हिमालय का 73 प्रतिशत भाग भारत में स्थित है। हिमालय पूरे वर्ष भर के लिए पर्यटन का अवसर प्रदान करता है,

দার্জিলিং-এর সমৃদ্ধ ঐতিহ্য নিয়ে “দেখো আপনা দেশ” ওয়েবিনার সিরিজের চতুর্দশ পর্বে হিমালয়ের সৌন্দর্য !

দার্জিলিং-এর সমৃদ্ধ ঐতিহ্য নিয়ে “দেখো আপনা দেশ” ওয়েবিনার সিরিজের চতুর্দশ পর্বে হিমালয়ের সৌন্দর্য ,কেন্দ্রিয পর্যটন মন্ত্রালয়ের বিশেষ বাংলা অনুষ্ঠান!হিমালয় পর্বতমালার ভারতীয় অংশ  অপরূপ সৌন্দর্যের এক পূর্ণাঙ্গ গন্তব্য। হিমালয়ের এই অংশটি সারা বছর ধরেই অপূর্ব শোভা নিয়ে আমাদের আকৃষ্ট করে থাকে।
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कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए भारतीय रेल ने किया व्यापक तैयारिया!

कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए भारतीय रेल ने किया व्यापक तैयारिया! भारतीय रेल मंत्रालय सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने तैयारियों की समीक्षा तथा प्राथमिकताओं और; निर्देश के लिए सभी महाप्रबंधकों के साथ बैठक की!पूरी रेल प्रणाली में नियंत्रण कक्ष और टेलीफोन हेल्पलाइन स्थापित किए गए हैं!

भारतीय वैदिक संस्कृति की धरोहर माँ “शारदा पीठ” आज तक पाक अधिकृत कश्मीर में! कब होंगे पुनरुद्धार?

प्राचीन भारतीय वैदिक संस्कृति की धरोहर माँ “शारदा पीठ” आज तक पाक अधिकृत कश्मीर में! कब होंगे पुनरुद्धार? अखंड भारत की कल्पना करे तो यह एक विशाल देश था; परन्तु जैसे जैसे समाज विकशित होने लगा वैसे वैसे समाज में बिबिध प्रकार की  विभाजन भी हुआ! ये बिभाजन प्रत्यक्ष रूप से दिखने लगे भारत की बिभिन्न प्रान्त की भाषा में , समाज की आंचलिक बोली पर , एवं इसीके साथ साथ सनातन भारतीय संस्कृति की वैदिक धरोहर रहे अनेक प्राचीन व् अत्यंत महत्वपूर्ण पीठ व मंदिर भी इस देश की मुख्य धारा धरा से बिछड़ गए! आज की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में अत्यंत जर्जर अवस्था में अवस्थित "माँ शारदा देवी पीठ" अर्थात "शारदा पीठ" इसी परंपरा की एक जीता जागता उदहारण है!