महाराष्ट्र में नगर परिषद् की मिनी विधानसभा चुनाव में खिला कमल.

Date:

Share post:

महाराष्ट्र में नगर परिषद् की मिनी विधानसभा चुनाव में खिला कमल!

Lotus Bloomed in Maharashtra assembly’s mini assembly election!

समाज विकास संवाद!
मुंबई ,

महाराष्ट्र में नगर परिषद् की मिनी विधानसभा चुनाव में खिला कमल.

147 नगर परिषद और 18 नगरपंचायतों के मिनी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सभी को

पटखनी देते हुए सबसे अधिक 31 नगर परिषदों में जीत हासिल की। इसके अलावा 52

नगरपरिषदों में भाजपा के नगराध्‍यक्ष चुने गए।

20 नगरपरिषद जीतकर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही, जबकि वर्ष 2011 के  नगरपरिषद चुनाव

पर पहले नंबर पर रही राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 17 जगहों पर जीतकर चौथे स्‍थान पर रही।

भाजपा के साथ सत्‍ता में साझेदार शिवसेना 16 नगरपरिषदों में जीत हासिल हो सकी।

34 नगरपरिषद में किसी को भी स्‍पष्‍ट बहुमत नहीं मिला, यानि वहां त्रिशंकु की स्थिति है,

जबकि 28 जगहों पर निर्दलीय और अन्‍य दलों के गठबंधन को बहुमत मिला।

नगराध्‍यक्ष के एंगल से बात करें तो भाजपा के सबसे अधिक 52, शिवसेना के 23,

कांग्रेस के 21 और राकांपा के 19 जगहों पर नगराध्‍यक्ष चुने गए। ऐसा माना जा रहा था कि

नोटबंदी और राज्‍य भर में निकाले गए मराठा समाज के मोर्चा की वजह से भाजपा को खासा

नुकसान होगा, लेकिन वास्‍तव में भाजपा  के बजाय राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना को

चुनाव में ज्‍यादा नुकसान उठाना पड़ा।

महाराष्ट्र में नगर परिषद् की मिनी विधानसभा चुनाव में खिला कमल!

 

विकास कार्यों ने दिलाई जीत: फड़नवीस। 

राज्‍य के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने जीत पर प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि

छत्रपति शिवाजी महाराज के आशीर्वाद और केंद्र और राज्‍य सरकार के विकास के कार्यों से

आम जनता ने नगरपालिका चुनाव में भाजपा को विजयश्री दिलाई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में सरकार ने गरीब और मध्‍यमवर्गीय लोगों के लिए अनेक

योजनाएं लागू की हैं, इसका प्रतिसाद आम लोगों ने दिया है। यह निश्चित तौर पर खुशी की बात है।

इस जीत के लिए उन्‍होंने प्रदेश अध्‍यक्ष राव साहेब दानवे, मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों,

पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया है।

जीत भाजपा कार्यकर्ताओं की: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष  राव साहेब दानवे 

इस जीत पर प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष राव साहेब दानवे ने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी

बन गई है। उन्‍होंने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा की यह जीत उनकी नहीं

कार्यकर्ताओं की है। भाजपा की ताकत कार्यकर्ता ही हैं।

India Development News, Indian Development News, Indian Social News,

Amazing Amazon News, Samaj Vikas Samvad, New India News, Samaj Ka Vikas,

Gadget Samvad, science-technology Samvad, Global Samvad,

समाज, समाज विकास, समाज संवाद, विकास, विकास संवाद, संवाद,

samaj, samaj vikas, samaj samvad, vikas, vikas samvad, samvad,

Amazon Prime Newsव्यापार संवाद, आयुर्वेद संवाद, गैजेट्स संवाद, समाज विकास संवाद

Leave a Reply

Related articles

सहकार भारती, मीरा भाईंदर जिल्ह्याचा वतीने संस्थेच्या स्थापना दिवस साजरा!

सहकार भारती,  मीरा भाईंदर जिल्ह्याचा वतीने सहकार भारती चा स्थापना दिवस साजरा केला गेला .या कार्यक्रमाला सहकार भारती, मीरा भाईंदर च्या विविध प्रकोस्ट चे प्रमुख आणि सहकार भारतीचे कार्यकर्ते उपस्थित होते ...

“सहकार मिलन” – मीरा भायंदरच्या गृहनिर्माण पुनर्विकासात सहकार भारती कडून दिशा प्रदर्शन!

“सहकार मिलन” - मीरा भायंदरच्या गृहनिर्माण पुनर्विकासात सहकार भारती कडून दिशा प्रदर्शन!आंतरराष्ट्रीय सहकार दिनाचे (११ जानेवारी) औचित्य साधून, सहकार भारती, मीरा भाईंदर जिल्हा आणिश्री सिद्धिविनायक नगर वेल्फेअर असोसिएशन यांच्या संयुक्त विद्यमाने " सहकार मिलन " या कार्यक्रमाचे आयोजन८ जानेवारी २०२३ ला श्री सिद्धिविनायक वेल्फेअर असोसिएशनच्या, सभागृहात केले होते.

क्या है आर्थिक रूप से पिछरा वर्ग की आरक्षण ? ई डब्ल्यू एस आरक्षण का लाभ किसे और कैसे मिलेगा ?

क्या है आर्थिक रूप से पिछरा वर्ग की आरक्षण ?   ई डब्ल्यू एस आरक्षण का लाभ किसे और कैसे मिलेगा ?केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार की एक ऐतिहासिक फैसले को न्यायिक वैधता देते हुएभारत की सर्वोच्च न्यायालय ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों अर्थात ई डब्ल्यू एस आरक्षण को न्यायिक मान्यता दिया!सुप्रीम कोर्ट की पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने सोमवार को 3-2 के फैसले में सरकारी नौकरियों औरशैक्षणिक संस्थानों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ई डब्ल्यू एस) के लिए 10% आरक्षण की वैधता को बरकरार रखा।

चंद्रकांत दादा पाटील मिल कामगार आई बडील्यांचा घरी जन्माला एक संवेदनशील आणि कर्तबगार नेता !

चंद्रकांत दादा पाटील मिल कामगार आई बडील्यांचा घरी जन्माला एक संवेदनशील आणि कर्तबगार नेता !- डॉ. दिनेश थिटे (बरिष्ठ पत्रकार...